शुक्रवार, 3 मई 2013

शूलिका--६५

शूलिका--६५

वर्तमान में
उचित
अनुचित
के द्वन्द में
उचित ,
होता चित
और पराजित
अनुचित साध
लेता अपना हित

संजय जोशी "सजग "

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें