शूलिका १०८
दूषित कर रहा है वातावरण
होरहा है संस्कृति का चिरहरण
देश को बदलने की चली बयार
पहले बदले अपना व्यवहार
तभी बदलेगे सोच और संस्कार
तभी मिटेगे समाज से विकार
संजय जोशी "सजग "
दूषित कर रहा है वातावरण
होरहा है संस्कृति का चिरहरण
देश को बदलने की चली बयार
पहले बदले अपना व्यवहार
तभी बदलेगे सोच और संस्कार
तभी मिटेगे समाज से विकार
संजय जोशी "सजग "
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