बुधवार, 8 मई 2013

शूलिका १०८

शूलिका १०८

दूषित कर रहा है वातावरण
होरहा है संस्कृति का चिरहरण
देश को बदलने की चली बयार
पहले बदले अपना व्यवहार
तभी बदलेगे सोच और संस्कार
तभी मिटेगे समाज से विकार

संजय जोशी "सजग "

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