बुधवार, 5 अक्तूबर 2016

भ्रूण हत्या

---शूलिका--
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नवरात्रि में होता कन्याभोज l 
करनी पड़ती कन्या की खोज l 
भ्रूण हत्या हो रही रोज l 
अंजाम देती डॉक्टर की फ़ौज l 
कन्याए खो रहे अन्धविश्वास में l 
जी रहे हें आधुनिकता के छद्म वेश में l 
कौन कहता हे इक्कीसवी सदी हे l 
सोच तो आज भी रूढ़िवादी हेl 
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संजय जोशी "सजग "