बुधवार, 8 मई 2013

शूलिका -११४

शूलिका -११४

कोई कोई होते है ऐसे
जो धोखे दे देते है केसे
आगे बढ़ने को हर बार
चुगली को बनाते हथियार
जो होते कान के कच्चे
वह समझते उनको सच्चे

संजय जोशी "सजग "

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