बुधवार, 8 मई 2013

शूलिका -१०९

शूलिका -१०९

आधुनिक
जीवन शेली
से हो रही
है कई व्याधि
जिन्दगी को
कर दी आधी
ऐसी चली
है पश्चिम की आंधी

संजय जोशी "सजग "

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें