बुधवार, 8 मई 2013

शूलिका --१२१

शूलिका --१२१

हम होते नाराज
इसके पीछे
कई होते है राज
अत: रखो
ना -राज

संजय जोशी "सजग "

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें