बुधवार, 8 मई 2013

शूलिका १०५

शूलिका १०५

रावण
ने भी नही
लाघी थी सीमाए
बद से बदतर
अभी जो
घटी है घटनाए
मानवता पर
है कलंक
फिर भी
नेता और बाबा
बोल -बोल कर
लगाते विष के डंक

संजय जोशी "सजग "

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