सोमवार, 22 अक्तूबर 2018

ऑटोग्राफ बनाम सेल्फी [ व्यंग्य ]

ऑटोग्राफ बनाम सेल्फी  [ व्यंग्य ]

                          ऑटोग्राफ प्लीज..... की जगह अब  प्लीज  वन  सेल्फी ने ले ली l सेल्फी का  कमाल  तो देखिये कुछ ही  सेकंडो  में वायरल  हो जाती है  ऑटोग्राफ तो डायरी में दफन हो जाते थे , सेल्फ़ी  हमेशा मुस्करा कर स्मार्ट में इठलाती रहती है l आप  भूल  भी जाओ तो मुख पुस्तिका आपको हर  वर्ष याद दिलाती रहती है l ऑटोग्राफ को  सेफी ने  भुला सा दिया है l जब से ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने 'सेल्फ़ी' (Selfie) को 'वर्ड ऑफ़ द ईयर' चुना है तब  से इतने कम समय में  इस सेल्फ़ी शब्द के  लाइम लाइट में आने  पर आश्चर्यचकित  होना स्वाभाविक था जब स्वयं के लिए सेल्फ  शब्द उपयोग करते थे उसमे  कुछ नयापन नही लगता था पर  इसने यह सोचने को मजबूर किया सेल्फ़ी में क्या है?अंग्रेजी  में तो  शब्दों को शॉर्ट में बोलने का  फैशन है तो  सेल्फिश से भी सेल्फ़ी बन सकता है वैसे भी सेल्फ़ी लेने में  स्वार्थ की  हद पर कर जाते है और डिलीट पर डिलीट करते है अपने संतुष्टि  के लेबल के आने तक l 


सेल्फ़ी यानी खुद से खींची हुई तस्वीर अपना हाथ जगन्नाथ ,सेल्फ़ी लेने का चलन जोरों  पर है चुनाव में कइयों ने अपनी सेल्फ़ी खींची ,कुछ सेल्फ़ी विवादित भी हुई तब लगा की एक सेल्फ़ी भी  राजनीति  में  इस तरह भूचाल ला सकती है और लायी  भी l सेल्फ़ी में है दम ,पर इन सब के बीच सेल्फ़ी इस कदर लोकप्रिय होगी किसी को अंदाज नही होगा l कुछ लोगों  ने सेल्‍फी के जरिए प्रसिद्धि पाने का माध्यम बना लिया है खुद को अपडेट रखने के लिए यूथ में इन दिनों सेल्फी  का शौक बढ़ता जा रहा है…उसके  एडिक्ट हो गए है यह कहां  तक जाएगा  ?यह तो भविष्य के गर्त में छुपा हुआ है l  ऑटोग्राफ का  ये आलम है लोगो के पास पेन डायरी की जगह एक स्मार्ट फोन पाए जाने लगा है l 
                                 अब तो  सेल्फ़ी  का  ही जमाना आ गया  है  इस दौर में सेल्फ़ी का भूत सब पर हावी है हॉलीवुड से बॉलीवुड ,देशी और विदेशी नेताओ पर सेल्फ़ी का क्रेजचढ़ चुका है,वाह सबको  सेल्फ़ी  ने क्रेज किया रे ,l गिरेंगे -पड़ेंगे न आगे न पीछे देखेंगे पर  फिर सेल्फ़ी तो  जरूर लेंगे l  सेल्फ़ी  आधुनिकता की निशानी और नशा दोनों हो गया हैl एक फेसबुकिया राजा बाबू  का कहना है कि कुछ तो करेंगे सेल्फ़ी नही करेंगे तो सोशल नेटवर्किंग साइटस खाली -खाली लगेगी  और इसके बिना सब बोरिंग लगेगा जब तक लाइक और कमेंट  की बहार न आ जाये ,क्या करें दिल है कि  मानता ही नही ,मेरी  सेल्फ़ी के साथ कभी   ना  इंसाफी मत करना मेरे दोस्तों , में तुम्हारी सेल्फ़ी पर लाइक  और कमेंट करूंगा तुम भी मेरी सेल्फ़ी पर करना ,मेरी  गर्ल फ्रेंड को इंप्रेस करने में सहायता मिलेगी l आओ मिलकर कल फिर नई  सेल्फ़ी नए अंदाज में वॉल  पर टांग कर टेगासुर बन कर फेसबुक को आबाद करेंगे जो नहीं  देखते उन्हें देखने को मजबूर करेंगे , बेचारे  साहित्य सृजन करने वाले तो टेगासुरों  के खौफ   से यूँ  हीं भयभीत रहते है l  

सेल्फ़ी  फोटो  ने अपना रुतबा  इतना बड़ा लिया सबकी चहेती बन गयी सेल्फ़ी में सेल्फ कॉन्फिडेंस  गले -गले तक भरा रहता है सेल्फ़ी में आपको कोई प्लीज  स्माइल नहीं  कहता और न ही एक आँख बंद करके आपको घूरता है सभी झझंट से मुक्ति देती है सेल्फ़ी l   सेल्फी तस्वीरों की खासियत यह है कि कैमरे की नजर को  थोड़ा ऊपर से नीचे की तरफ सेट करके सेल्फ़ी में मोटापा छिपाया जा सकता है  फोटो खींचने वाला अपनी वही शक्ल क्लिक करता है, जो उसे खुद को  सबसे अच्छी लगती है,भले ही  दूसरों को नही l सेल्फ़ी ने सबको  अपने मूड का मालिक बनाया जब मूड़  हो तब  ले लो सेल्फ़ी l कै मरे वाले मोबाईल बनाने वालों  ने  सपने  में भी  नहीं   सोचा होगा सेल्फ़ी  के इतने  आदि होकर  सेल्फ़ी  के फेन हो जायगे l सेल्फ़ी ने फेसबुक  तो  क्या ट्विटर और वाट्सएप  को  भी सेल्फ़ी युक्त कर दिया l लोगों  के फर्जी फोटो से उम्र का पता ही नहीं  चलता l 
        रोज -रोज की सेल्फ़ी  की प्रवृति से वह दिन दूर नही  जब सेल्फ़ी को मानसिक बीमारी मान लिया जाएगा ,तारीफ पर तारीफ पाने की लत के लिये कोई कुछ  भी करेगा पर जी नहीं  भरेगा  तब तक सेल्फ़ी पर -सेल्फ़ी करेगा, मनुष्य प्रजाति में कुछ नस्ल ऐसी भी है जो अपनी फोटो देख कर कभी संतुष्ट नही होती है कैमरा आईने की तरह सच कम ही  बोलता है पर जो है सो है l कांच तो फोड़ने से रहे पर --फोटो  तो नया ले लेंगे क्लिक ही तो करना है l ऑटोग्राफ प्लीज  सुनंने को  कान  तरसते होंगे जिन्हे ऑटोग्राफ देने का शोक था l हर तरफ सेल्फी ही सेल्फी का शोर है और जोर है l सेल्फ़ी ने सबको  क्रेजी  किया रे.…… l अभी  भी कुछ ऐसे है जो   ऑटोग्राफ और सेल्फी दोनों को ही  महत्व दे रहे है l 

संजय जोशी 'सजग "

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