दायित्व,कर्त्तव्य और अधिकार के प्रति रहो हमेशा सजग....
[इसको व्यक्त करने का माध्यम मेरे लिए ---शूलिका(किसी बात को कम शब्दों मे कहना और उससे मन मे चुभन का अहसास हो) एवं व्यंग्य]
सोमवार, 29 अप्रैल 2013
शूलिका---३५
शूलिका---३५
शांपिग मॉल पर खूब लुट कर आते और छोटे दुकान व् सब्जी वालो से खूब भाव -ताव कर आनन्द पाते....
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