सोमवार, 29 अप्रैल 2013

शूलिका-३४

शूलिका-३४

सुख की चाह
में इन्सान
जाता है सूख
क्योकि कभी
नही होती खतम
लालसा की भूख

संजय जोशी "सजग "

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