शुक्रवार, 25 मार्च 2016

=====मुर्ख दिवस ---अप्रैल फूल ====

हल्ला-गुल्ला साहित्य मंच रतलाम -   हर वर्ष मूर्ख दिवस  के उपलक्ष्य में खांपा [मूर्ख ] सम्मेलन का आयोजन करता है इसकी  तिथि फिक्स  नहीं रखना भी खांपा पन  की निशानी है l  मूर्ख को मालवी बोली में --खांपा ,टेपा ,रांपा ,  और गक्खड़ के नाम से जाना जाता है l खांपा  मालवी बोली का शब्द है  जिसका अर्थ -जड़ ,बुद्धि ,निरा ठेठ ,बिना किसी काम का , ना  समझ आदि l मंच के संस्थापक -संजय जोशी "सजग" और संयोजक -अलक्षेंद्र व्यास [गीतकार ] है इस मंच की स्थापना -१ अप्रैल २००५ में की गई थी l जब से खांपा [मूर्ख ] सम्मेलन का आयोजन  निरंतर जारी है l

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