दायित्व,कर्त्तव्य और अधिकार के प्रति रहो हमेशा सजग....
[इसको व्यक्त करने का माध्यम मेरे लिए ---शूलिका(किसी बात को कम शब्दों मे कहना और उससे मन मे चुभन का अहसास हो) एवं व्यंग्य]
रविवार, 2 जून 2013
परिवर्तन
=====परिवर्तन=========== संस्कारो में गिरवट से हुआ परिवर्तन नेतिक मूल्यों आया में भारी परिवर्तन चली तेज बयार और छाए काले बादल पग -पग .पल -पल होता है परिवर्तन संजय जोशी "सजग "
मैं यही चाहती हूँ
जवाब देंहटाएंआपका ब्लाग आगे बढ़े
ऐसा ही आप भी बनाएँ
सादर
http://4yashoda.blogspot.in/2013/06/blog-post_4.html
आपका आभार और शुक्रिया
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