दायित्व,कर्त्तव्य और अधिकार के प्रति रहो हमेशा सजग....
[इसको व्यक्त करने का माध्यम मेरे लिए ---शूलिका(किसी बात को कम शब्दों मे कहना और उससे मन मे चुभन का अहसास हो) एवं व्यंग्य]
रविवार, 25 जुलाई 2010
महंगाई
महंगाई छु गयी गगन सरकार हो गयी मगन जनता हो गयी त्रस्त नेता हो गए मस्त
bhut khub.
जवाब देंहटाएंNeta agar hosh me hote to kahe ko yh din dekhana padata ....achhi kshanika ....badhai.
जवाब देंहटाएंनिशा जी थैंक्स
जवाब देंहटाएंनवीन जी ...सही कहा आपने ..थैंक्स
जवाब देंहटाएंजनता हो गयी दीन हीन....hai Mahgai..hai Mahgai.. too kahan se aayi.........भ्रष्टाचार अंतहीन...Me yahan se aayi
जवाब देंहटाएंPramod Agrawal.......ji...थैंक्स
जवाब देंहटाएं