शुक्रवार, 23 सितंबर 2016

. . ""मेरी व्यथा"" 
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विसंगतियां विकृति लाती 
संस्कृति प्रदूषित हो जाती 
चुभन का अहसास कराती 
व्यथा मन को व्याकुल बनाती 
संजय की कलम "सजग" हो जाती
 और व्यंग्य की धारा बह जाती.......l 
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=========संजय जोशी "सजग"
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