१
तोडती हाड़
बढती महंगाई
जेसे पहाड़
२
वृक्ष ,पहाड़
प्रकृति के रक्षक
हम भक्षक
३
राई प्रयास
असीम सफलता
पर्वत माला
४
प्रकृति रंग
पहाड़, वृक्ष संग
मिले उमंग
५
ऊँचा हो लक्ष्य
पहाड़ सा ह्रदय
विशाल मन
६
प्रकृति भक्ति
पहाड़ सी हो शक्ति
सहनशील
७
जय माता की
पहाड़ो में बसती
रौनक लाती
८
करे तपस्या
ऊँची पवर्तमाला
ऋषि व मुनि
संजय जोशी "सजग '
तोडती हाड़
बढती महंगाई
जेसे पहाड़
२
वृक्ष ,पहाड़
प्रकृति के रक्षक
हम भक्षक
३
राई प्रयास
असीम सफलता
पर्वत माला
४
प्रकृति रंग
पहाड़, वृक्ष संग
मिले उमंग
५
ऊँचा हो लक्ष्य
पहाड़ सा ह्रदय
विशाल मन
६
प्रकृति भक्ति
पहाड़ सी हो शक्ति
सहनशील
७
जय माता की
पहाड़ो में बसती
रौनक लाती
८
करे तपस्या
ऊँची पवर्तमाला
ऋषि व मुनि
संजय जोशी "सजग '
संजय भाई
जवाब देंहटाएंशुभ प्रभात
ऊँचा हो लक्ष्य
पहाड़ सा ह्रदय
विशाल मन
और
वृस्तृत ह्रदय
सादर
सु -प्रभात बहन
जवाब देंहटाएंआभार आपका
पहाड़ के विभिन्न पहलू प्रकाश में आये!
जवाब देंहटाएंअच्छी प्रस्तुति!
अनुपमा पाठक ji shukriya aapka
जवाब देंहटाएंaabhar aapka ..yash ji
जवाब देंहटाएंwaaah lajawab
जवाब देंहटाएंअशोक जी ..शुक्रिया
हटाएंbahut badhiya ran-biranga ..
जवाब देंहटाएंDr.NISHA MAHARANA..जी आभार
हटाएंऊँचा हो लक्ष्य
जवाब देंहटाएंपहाड़ सा ह्रदय
विशाल मन
अच्छी प्रस्तुति....
Dr.NISHA MAHARANA..जी आभार
हटाएंकौशल लाल जी ..धन्यवाद
हटाएंजी जरुर
जवाब देंहटाएं