दायित्व,कर्त्तव्य और अधिकार के प्रति रहो हमेशा सजग....
[इसको व्यक्त करने का माध्यम मेरे लिए ---शूलिका(किसी बात को कम शब्दों मे कहना और उससे मन मे चुभन का अहसास हो) एवं व्यंग्य]
शनिवार, 14 सितंबर 2013
***** भाग्य **************
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अच्छे संस्कार से निर्मित होता भाग्य चरित्र और विचार से ही बनता भाग्य अच्छे कर्म में हमेशा साथ देगा विधाता सफल जीवन का निर्माता हमारा भाग्य
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