दायित्व,कर्त्तव्य और अधिकार के प्रति रहो हमेशा सजग....
[इसको व्यक्त करने का माध्यम मेरे लिए ---शूलिका(किसी बात को कम शब्दों मे कहना और उससे मन मे चुभन का अहसास हो) एवं व्यंग्य]
गुरुवार, 19 जून 2014
वाह रे प्याज
शूलिका -------
वाह रे प्याज
प्याज का कमाल है बड़ा धाँसू
राजनीति में भी है घुसपेठ धाँसू
महंगे होतो सरकार बहाती है आंसू
भाव कम होतो किसान के बहते आंसू
बेचारे काटने वाले को भी देता आंसू
महंगे खाने वाले को भी आते आँसू
विपक्ष भी बहाता है घड़ियाली आँसू
सबका है चहेता सबको देता आंसू
----------संजय जोशी 'सजग "------
bhaut -bhaut dhanyvad ---
जवाब देंहटाएंsis aap kidhr ho .......aajkl fb pr nhi aati ho to chinta hone lg jati hai ----tbiyt to thik hai n aapki
क्या बात है। बढ़िया
जवाब देंहटाएंसामयिक रचना
जवाब देंहटाएंSmita Singh..ji shukriya
जवाब देंहटाएंOnkar..ji dhanyvad
जवाब देंहटाएंसच कहती पंक्तियाँ .
जवाब देंहटाएंRecent Post …..दिन में फैली ख़ामोशी
संजय भास्कर..ji thanks
जवाब देंहटाएंप्याज तो अच्छों अच्छों को रुला देता है सार्थक रचना
जवाब देंहटाएंdr.mahendrag...ji ....sir ji shukriya
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