दायित्व,कर्त्तव्य और अधिकार के प्रति रहो हमेशा सजग....
[इसको व्यक्त करने का माध्यम मेरे लिए ---शूलिका(किसी बात को कम शब्दों मे कहना और उससे मन मे चुभन का अहसास हो) एवं व्यंग्य]
शुक्रवार, 5 सितंबर 2014
"शिक्षक ही तो राष्ट्र निर्माता है
"शिक्षक ही तो राष्ट्र निर्माता है["व्यंग्य
]कल्पतरु एक्सप्रेस --में प्रकाशित दिनाक 05 /09/14 [उत्तर प्रदेश केप्रमुख
शहरों ----मथुरा ,लखनऊ ,कानपुर ,आगरा से प्रकाशित दैनिक] —
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