.फादर्स-डे [पितृ दिवस ] पर कल समूचे विश्व में फादर्स-डे मनाया जाएगा..
.सभी को ...शुभकामनाए और बधाई
पिता के बारे में लिखना बहुत कठिन होता है सागर सा दिल ..गगन.. जितने तारे उतने भाव
--1--
अनुशासन
सागर होता दिल
भाव प्रचुर
---२---
हो संरक्षण
आसान हर क्षण
हर कदम
-----३---
मिलता बल
समस्या का हल
मन की शांति
----४------
होता गगन
लगता है कठोर
यही पहेली
--------५-------
जीवन दिशा
समर्पण का भाव
आत्म विश्वास
-------६ --------
त्याग की मूर्ति
सब कुछ वो जाने
सच माने
-------७-------
नरम दिल
बाहर से कठोर
जेसे श्री फल
-----८-----
पिता हो पास
सुखद अहसास
प्रेम बगिया
------९-----
छोटा संसार
अनुभव का सार
जीवन दाता
-----१० ---
हर कदम
सफल हर दम
यही विचार
-------------संजय जोशी "सजग "
दायित्व,कर्त्तव्य और अधिकार के प्रति रहो हमेशा सजग.... [इसको व्यक्त करने का माध्यम मेरे लिए ---शूलिका(किसी बात को कम शब्दों मे कहना और उससे मन मे चुभन का अहसास हो) एवं व्यंग्य]
शनिवार, 15 जून 2013
शुक्रवार, 14 जून 2013
** कुर्सी की महिमा **
** कुर्सी की महिमा **
अजब और गजब तेरी महिमा कुर्सी
नेताओ को प्रेमिका सी लगती कुर्सी
जब मिल जाती, स्वार्थी बनाती कुर्सी
आपस में बेर कराती है यह कुर्सी
जन सेवा का बहाना है यह कुर्सी
सात पीड़ी व्यवस्था कराती कुर्सी
अच्छो अच्छो को बहका देती कुर्सी
करते मातम पुरसीन न मिलती कुर्सी
== संजय जोशी "सजग "
अजब और गजब तेरी महिमा कुर्सी
नेताओ को प्रेमिका सी लगती कुर्सी
जब मिल जाती, स्वार्थी बनाती कुर्सी
आपस में बेर कराती है यह कुर्सी
जन सेवा का बहाना है यह कुर्सी
सात पीड़ी व्यवस्था कराती कुर्सी
अच्छो अच्छो को बहका देती कुर्सी
करते मातम पुरसीन न मिलती कुर्सी
== संजय जोशी "सजग "
रविवार, 2 जून 2013
परिवर्तन
=====परिवर्तन===========
संस्कारो में गिरवट से हुआ परिवर्तन
नेतिक मूल्यों आया में भारी परिवर्तन
चली तेज बयार और छाए काले बादल
पग -पग .पल -पल होता है परिवर्तन
संजय जोशी "सजग "
संस्कारो में गिरवट से हुआ परिवर्तन
नेतिक मूल्यों आया में भारी परिवर्तन
चली तेज बयार और छाए काले बादल
पग -पग .पल -पल होता है परिवर्तन
संजय जोशी "सजग "
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